नोएडा। किसानों के दिल्ली कूच के आशंका के मद्देनजर सुबह से दिल्ली-नोएडा के सभी प्रमुख बॉर्डर पर सख्ती रही। दिल्ली पुलिस की सख्ती से सेक्टर-14ए स्थित चिल्ला बॉर्डर, डीएनडी बॉर्डर, कालिंदी कुंज बॉर्डर पर व्यस्त समय में यातायात का दबाव रहा। सुबह आठ बजे से 11 बजे के बीच दिल्ली जाने वालों को परेशानी का हुई। दफ्तर, स्कूल, कॉलेज, फैक्ट्री जाने वालों को दिल्ली पहुंचने से पहले मशक्कत करनी पड़ी। किसानों के दिल्ली कूच के मद्देनजर 13 फरवरी से नोएडा-दिल्ली की सीमाओं पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। दिल्ली-नोएडा के सभी बॉर्डर पर बैरिकेडिंग की व्यवस्था की गई है। दिल्ली पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए बैरिकेड के साथ जर्सी बैरियर लगाए हैं। बॉर्डर पर बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है।
दिल्ली कूच के आह्वान के कारण नोएडा-दिल्ली बॉर्डर पर सुबह से दिल्ली पुलिस की सतर्कता रही। सुबह सात बजे से दिल्ली और नोएडा पुलिस के जवान किसी भी उपद्रव से निपटने के लिए तैयार दिखे। बैरिकेड के साथ पुलिस की मुस्तैदी से दलित प्रेरणा स्थल, कालिंदी कुंज पर चेकिंग से ओखला बर्ड सेंचुरी मेट्रो स्टेशन व डीएनडी फ्लाईवे पर चेकिंग से टोल प्लाजा लूप तक जाम रहा। पुलिस को आशंका है कि किसान राजधानी में बस, कार आदि वाहनों के जरिये भी प्रवेश कर सकते हैं। इसके कारण खासतौर से कार पर किसान संगठन का झंडा, स्टीकर बैनर, पोस्टर, पटका और टोपी पहने कार्यकर्ताओं पर विशेष नजर रही है। संदिग्ध वाहन को चेकिंग के बाद ही दिल्ली में प्रवेश दिया जा रहा है। शक होने पर तलाशी ली जाती है। हालांकि देर शाम तक बड़ी संख्या में कोई भी किसान गुट नहीं आए। हालांकि, दोपहर 11 बजे के बाद स्थिति सामान्य रही। विकास सिंह का कहना है कि दलित प्रेरणा स्थल से चिल्ला बॉर्डर तक ट्रैफिक का दबाव रहने के कारण दिल्ली पहुंचने में देरी हुई। वहीं अमन शर्मा ने बताया कि किसानों के प्रदर्शन के कारण बॉर्डर पर ट्रैफिक जाम से बचने के लिए मेट्रो से दिल्ली तक का सफर तय किया। नोएडा ट्रैफिक पुलिस की ओर से लगातार सेक्टर-94 कमांड कंट्रोल रूम से कैमरे के जरिये नजर रखी जा रही है। चिल्ला बॉर्डर, डीएनडी बॉर्डर और कालिंदी कुंज बॉर्डर पर नोएडा से दिल्ली की ओर जा रही बायीं साइड की एक लेन व दाएं साइड की एक लेन पर सड़क किनारे बैरिकेड लगाए जाने के कारण वाहन चालकों को दिल्ली जाने के लिए कम लेन मिलती है। बॉर्डर से पहले दलित प्रेरणा स्थल से चिल्ला बॉर्डर ट्रैफिक रेंगता रहता है। ट्रैफिक जाम से बचने के लिए अपने घरों से डेढ़ से दो घंटे पहले निकलना पड़ा।