नोएडा। किसानों ने संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में दिल्ली की ओर कूच किया। इसके चलते दिल्ली के सभी बॉर्डर और चौक-चौराहों पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। ये किसान बीते दिसंबर से ही नोएडा प्राधिकरण के समक्ष प्रदर्शन कर रहे हैं। जब इनकी मांगों पर सुनवाई नहीं हुई तो सभी संसद कूच करने की योजना बनाई। इन किसानों की मांग मुआवजा बढ़ाने की है। जब नोएडा और ग्रेटर नोएडा का अधिग्रहण हुआ था, तब इन्हें कम मुआवजा मिला था। नोएडा और ग्रेटर नोएडा के 24 गांवों के किसान भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले दिल्ली कूच कर संसद का घेराव करना चाह रहे हैं। इसको देखते हुए अन्य जगहों पर बैरिकेडिंग कर कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था कर दी गई है। रास्तों से आने-जाने वाली हर एक गाड़ी को पुलिस चेक करने के बाद ही आगे जाने दे रही है। बता दें कि, यातायात चेकिंग की वजह से काफी धीमी गति से चल रहा है। NH9 पर बेरिकेडिंग होने के कारण गाजियाबाद से दिल्ली जाने वाले रास्ते पर ट्रैफिक काफी स्लो हो गया है। धरना दे रहे किसानों ने अपनी मांग राखी की एक समान दर से मुआवजा दिया जाए। और बच्चों के लिए स्कूल और एनटीपीसी में नौकरी दी जाए। एनटीपीसी के प्रभावित सभी किसानों को 10 प्रतिशत विकसित भूमि दी जाए। एनटीपीसी दादरी के 5 किमी के दायरे में रहने वाले भू विस्थापित को फ्री में बिजली दी जाए। 200 बेड का अस्पताल बनाया जाए। दादरी में दो डिग्री कॉलेज खुलवाया जाए।