शिमला। राजधानी शिमला के गेयटी थिएटर में पराशर हथकरघा और हस्तशिल्प संस्था ने लोगों के लिए गर्म कपड़ों की प्रदर्शनी लगाई है। ये प्रदर्शनी मंडी के कामगारों ने लगाई है। स्थानीय लोग ही नहीं देशी व विदेशी लोग भी इसका खूब मजा ले रहें है। मंडी के कामगारों का ये सामान सभी को अपनी तरफ आकर्षित कर रहा है। इसे कोट, सदरी, शॉल, जैकेट, मफलर और गर्म कपड़ों को एक बाजार मुहैया करवाने के लिए ये लगाई गई है। इन सभी उत्पादों को हाथों व प्राकृतिक सामान से यह सारी वस्तुएं बनाई गई है। कामगार खरनु राम ने बताया कि प्रदर्शनी में लगाए गए सामान को 100 से 150 लोगों ने तैयार किया है। ये सभी लोग दुकान में कार्य करते है । अपने घर में यह काम करते है। इन भी चीजों को हाथों से तैयार किया जाता है। यह प्रदर्शनी 6 दिन तक चलेगी। सुबह 10 बजे से शाम 7 बजे तक यह प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इस प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य लोगों को हिमाचली संस्कृति को बढ़ावा देना और स्थानीय कामगारों को बाजार मुहैया करवाना है।
शॉल को हाथों से तैयार किया गया है। इन में कढ़ाई को रंग बिरंगे धागों से तैयार किया गया है। इससे बनाने के लिए कम से कम एक सप्ताह का समय लगता हैं। बिक्री के उद्देश्य से लगाया गया है जिससे काफी लोगों को रोजगार भी प्राप्त हुआ है।