
विजय बहुगुणा
श्रीनगर गढ़वाल(ब्यूरो)। पुलिस मुख्यालय उत्तराखण्ड द्वारा प्रदेश भर में चलाये जा रहे “ऑपरेशन मुक्ति” भिक्षा नहीं शिक्षा दे अभियान के तहत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी लोकेश्वर सिंह द्वारा शिक्षा से वंचित बच्चों को शिक्षा की ओर अग्रसर करने, भिक्षावृत्ति, कूड़ा बीनने, गुब्बारा बेचने आदि कार्यो में लिप्त बच्चों का रेस्क्यू कर उनका स्कूलों में दाखिला करवाने तथा बच्चों को भिक्षा न देने के सम्बन्ध में आमजन को जागरूक करने एवं लावारिस घूम रहे बच्चों को सकुशल बरामद कर बाल कल्याण समिति (CWC) के माध्यम से काउन्सलिंग कर बाल सुधार गृह भेजने हेतु निर्देशित किया गया है।
जिसके क्रम में क्षेत्राधिकारी अनुज कुमार के पर्यवेक्षण, महिला उपनिरीक्षक भावना भट्ट के नेतृत्व में पुलिस टीम द्वारा श्रीनगर के आस-पास स्कूल ना जाने वाले बच्चों को चिन्हीकरण किया जा रहा है इसी क्रम में वर्तमान में आवास- विकास कॉलोनी श्रीनगर में निवासरत मूल निवासी मुजफ्फरनगर के परिवारों के 02 बच्चे जिनकी उम्र 10 वर्ष है वे किन्हीं कारणों से स्कूल नही जा पा रहे है का चिन्हीकरण किया गया। उनके परिजनों को शिक्षा के महत्व के बारे में बताते हुए उन्हें भिक्षावृत्ति के संबंध में कानूनी दंड के बारे में भी बताया गया की बच्चों से कबाड़ बिनने वह भिक्षावृत्ति करना अपराध है इसमें परिजनों को जेल व आर्थिक दंड से दंडित करने के संबंध में भी बताते हुए उचित हिदायत दी गई। इन चिन्हित किये गये बच्चों का माह अप्रैल में स्कूलों में दाखिला कराया जाएगा।
जनपद पौड़ी गढ़वाल में “ऑपरेशन मुक्ति” अभियान को सफल बनाने हेतू कई टीमों का गठन किया गया है जिनके द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में पूर्व में दाखिला कराए गए बच्चों और बच्चों के परिजनों से बच्चों के सम्बंध मे जानकारी ली जा रही है,और साथ ही और बच्चों का चिन्हीकरण कर सत्यापन की कार्यवाही की जा रही हैं।