विजय बहुगुणा
श्रीनगर गढ़वाल(ब्यूरो)। जखोली ब्लॉक के भुनालगांव में भालू के हमले से गंभीर रूप से घायल हुईं दो महिलाओं को बेस अस्पताल श्रीनगर के डॉक्टरों ने बेहतर इलाज देकर नया जीवन दिया है। दोनों महिलाएं पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर बुधवार को अस्पताल से डिस्चार्ज हो गई।
बता दें कि 6 सितंबर 2025 को जखोली ब्लॉक के भुनालगांव निवासी 65 वर्षीय बुरांशी देवी और 55 वर्षीय शशि देवी गांव के पास के खेतों में गई थीं। तभी अचानक भालू ने उन पर हमला कर दिया। महिलाओं ने साहस दिखाते हुए कुंदाल और दरांती से पलटवार किया और किसी तरह भालू को मौके से भगा दिया। संघर्ष में दोनों महिलाओं के हाथ, पैर, सिर, आंख और कान पर गंभीर चोटें आईं। घटना की जानकारी मिलते ही रुद्रप्रयाग प्रशासन ने तुरंत हेलीकॉप्टर से दोनों महिलाओं को रुद्रप्रयाग अस्पताल पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें बेस अस्पताल श्रीनगर रेफर कर दिया गया, जहां सर्जरी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. लक्ष्मण यादव की देखरेख में उनका इलाज शुरू हुआ। बेस अस्पताल में करीब पांच दिन तक लगातार इलाज चला। इस दौरान महिलाओं के सीटी स्कैन सहित सभी आवश्यक जांचें की गईं। घायल शशि देवी के आंख और कान की चोट का इलाज संबंधित विभाग के वरिष्ठ डॉक्टरों ने किया। बुरांशी देवी की अन्य गंभीर चोटों का उपचार सर्जरी टीम ने किया। इलाज के बाद महिलाओं के परिजन भरत सिंह रावत और कुलदीप रौथाण ने डॉक्टरों और अस्पताल प्रशासन का आभार व्यक्त किया। उन्होंने अस्पताल में बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत का भी धन्यवाद दिया। वहीं, जखोली के ज्येष्ठ प्रमुख नवीन सेमवाल ने भी बेस अस्पताल की चिकित्सा टीम की सराहना की।
“भालू के हमले से घायल महिलाओं को अंदरूनी चोटों के कारण विशेष निगरानी में रखा गया। हमने सीटी स्कैन सहित सभी जरूरी जांचें कराईं और बहु-विभागीय टीम की देखरेख में उनका इलाज किया। सौभाग्य से अब वे स्वस्थ हैं और घर लौट गई हैं।”
– डॉ. लक्ष्मण यादव, असिस्टेंट प्रोफेसर, सर्जरी विभाग, बेस अस्पताल श्रीनगर