
विजय बहुगुणा
श्रीनगर गढ़वाल(ब्यूरो)। प्रोफेसर एम एम सेमवाल, डा मनीष मिश्रा एवं डा निभा राठी द्वारा संपादित पुस्तक “भारतीय शासन एवं राजनीति ” का विमोचन भारतीय राजनीति विज्ञान परिषद् एवं राजनीति विज्ञान विभाग और “पंडित दीन दयाल उपाध्याय शोध पीठ” के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में मेरठ विश्वविद्यालय में संपन्न हुआ।
भारतीय शासन और राजनीति की गहन जानकारी राजनीति विज्ञान के विद्यार्थियों और प्रतियोगी परीक्षाओं के अभ्यर्थियों के लिए आवश्यक है। विद्यार्थियों को भारतीय शासन की आधारभूत जानकारी होना तो आवश्यक है ही, साथ ही राजनीतिक चर्चाओं में ‘जागरूक नागरिक भागीदारी’ भी आवश्यक है।
“भारतीय शासन एवं राजनीति” की यह पुस्तक भारतीय राजनीति के सैद्धांतिक एवं व्यवहारिक पक्ष को स्पष्ट करने का एक प्रयास है। भारतीय राजनीति के विविध आयामों को प्रचलित पाठ्यक्रम के अनुरूप पुस्तक समाहित करती है। यह नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के उद्देश्य के दृष्टिगत तैयार की गई है। यह पुस्तक देश के सभी विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रम के आधार पर लिखी गई है। वरिष्ठ प्रोफेसर के अनुभव और उत्साही युवा प्राध्यापकों के योगदान से पुस्तक अधिक ग्रहणीय बनी है। राजनीति विज्ञान के विद्यार्थी ही नहीं, अपितु भारतीय राजनीति के जिज्ञासु एवं विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रतिभागी भी इस पुस्तक से लाभान्वित होंगे। पुस्तक का प्रकाशन ” किताब महल पब्लिशर्स” नई दिल्ली ने किया है।
“भारतीय शासन एवं राजनीति “पुस्तक का विमोचन भारतीय राजनीति विज्ञान परिषद के अध्यक्ष एवं महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय बीकानेर के कुलपति प्रोफेसर मनोज दीक्षित, मेरठ विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला, जामिया मीलिया इस्लामिया के कुलपति प्रोफेसर मजहर आसिफ, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय ट्राईबल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर प्रकाशमणि त्रिपाठी, प्रोफेसर सुषमा यादव पूर्व यूजीसी सदस्य एवं कुलपति, प्रोफेसर एपी पाधी पूर्व कुलपति बहिरामपुर विश्वविद्यालय उड़ीसा, प्रोफेसर सौम्या भौमिक कुलपति विलियम कैरी विश्वविद्यालय शिलांग, प्रोफेसर राका आर्य उपाध्यक्ष इप्सा एवं प्रोफेसर संजीव शर्मा महासचिव इन्सान के द्वारा किया गया।