
विजय बहुगुणा
श्रीनगर गढ़वाल(ब्यूरो)। प्रदेश के पहले राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर का एक साथ सात प्रोफेसर एवं सात एसोसिएट प्रोफेसर मिलने से मरीज हित में स्वास्थ्य सेवाओं में इजाफा होगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के हाथों पूर्व में नियुक्ति पत्र वितरित किये जा चुके थे, किंतु कॉलेजों का आंबटन नहीं हुआ था। शनिवार को कॉलेजों का आंबटन होने के बाद श्रीनगर मेडिकल कॉलेज को 14 डॉक्टर विभिन्न विभागों को मिल चुके है। जिन्हें 15 दिनों के भीतर योगदान देना होगा।
मेडिकल कॉलेज श्रीनगर को प्रोफेसर पद पर बॉयोकैमेस्ट्री में डॉ. कैलाश गैरोला, डेंटिस्ट्री में डॉ. अरूण कुमार गोयल, फॉरेंसिक मेडिसिन में डॉ. अनुज गुप्ता, सर्जरी विभाग में डॉ. राकेश रावत, माइक्रोबॉयोलॉजी विभाग में डॉ. शेखर पाल, पैथोलॉजी विभाग में डॉ. पवन भट, फिजियोलॉजी विभाग में डॉ. जय कुमार को नियुक्ति मिली है। जबकि एसोसिसएट प्रोफेसर में एनेस्थिसिया विभाग में डॉ. सतेन्द्र यादव, बॉयोकैमेस्ट्री में डॉ. अजीत ठाकुर, जनरल मेडिसिन में डॉ. अंकुर पांडेय, आर्थोपेडिक्स में डॉ. सुभाष चंद, ईएनटी में डॉ. अर्जुन सिंह, फार्माकोलॉजी में डॉ. राजेन्द्र शर्मा साईकाइट्री में डॉ. मोहित सैनी को तैनाती मिली है। वहीं सर्जरी विभाग में प्रोफेसर मिलने तथा जनरल मेडिसिन व आर्थो में एसो. प्रोफेसर मिलने से जनता की चिकित्सा सेवा बेहतर होगी। चिकित्सा शिक्षा सचिव डॉ. आर राजेश कुमार की ओर से स्थाई डॉक्टरों की लिस्ट जारी कर 15 दिनों के भीतर योगदान सूचना देने को कहा है। यहीं नहीं नियुक्ति पाने वाले सभी स्थाई डॉक्टर दो वर्षो की विहित परिवीक्षा पर रहेगे। इस अवधि के दौरान किसी को भी अन्यत्र संस्थान हेतु अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं दिया जायेगा। चिकित्सा शिक्षा निदेशक एवं प्राचार्य मेडिकल कॉलेज डॉ. आशुतोष सयाना ने कहा कि 14 फैकल्टी के आने से बेस चिकित्सालय में मरीजों को पहले से और अच्छा इलाज मिलेगा।
”श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में लगातार मरीज एवं संस्थान हित में स्थाई डॉक्टरों की नियुक्ति की जा रही है। ताकि मेडिकल कॉलेज में चिकित्सा सेवा, एमबीबीएस पढ़ाई, प्रशिक्षण, शोध कार्यो में गुणात्मक इजाफा हो। स्थाई नियुक्ति पाने वाले सभी डॉक्टरों से यही अपेक्षा रहेगी कि वह अस्पताल में आने वाले गढ़वाल भर के मरीजों एवं चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों को बेहतर से बेहतर चिकित्सा सेवा देकर बेस चिकित्सालय और अपना नाम रोशन करे। सरकार की और से सभी सुविधाएं उपलब्ध करायी गयी है।