विजय बहुगुणा
श्रीनगर गढ़वाल(ब्यूरो)। गढ़वाल विश्वविद्यालय की समाजशास्त्र एवं समाजकार्य विभाग की प्रो किरण डंगवाल को शिक्षा, मानव सेवा और समाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए दिल्ली में उद्भव मानव सेवा सम्मान से सम्मानित हुई। यह सम्मान समारोह के मुख्य अथिति विश्व हिंदी परिषद् के अंतराष्ट्रीय अध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिवक्ता अलोक कुमार व सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश माननीय न्यायमूर्ति के. जी. बालाकृष्णन के द्वारा दिया गया। इस अवसर पर समारोह के अतिथियों ने प्रोफेसर किरन डंगवाल की चिपको आंदोलन पर आधारित पुस्तक व उनके कार्यों की सराहना की।
उद्धभव सामाजिक. सांस्कृतिक. साहित्यिक संस्था के वार्षिक समारोह में देश विदेश से सम्मिलित व्यक्तितों में से ग्यारह विशिष्ट व्यक्तियों को उनके क्षेत्रो में किये गए विशेष कार्यों के लिए सम्मानित किया गया. इनमे प्रोफेसर किरन डंगवाल के साथ साथ प्रोफेसर पुष्पा दहिया, प्रोफेसर परीन सोमानी,राकेश वंसल. श्रवण बगड़रिया. सुश्री सेतुका गौड़. डॉ आशतोष गर्ग. डॉ निशांत जैमनी. श्री नरेश वैन्सला, चन्द्रकलशोर झा और अवधेश तिवारी रहे। इस समारोह के मुख्य अथिति विश्व हिंदी परिषद् के अंतराष्ट्रीय अध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिवक्ता अलोक कुमार रहे व इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति के. जी. बालाकृष्णन द्वारा की गई। यह कार्यक्रम प्रदीपराय और इंद्रजीत शर्मा के सानिध्य में सम्पन हुआ। इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप मे डॉ अरूण .प्रकाश ढौडियाल. डॉ अशोक पांडये और डॉ आनंद पांडये मौजूद रहे। इस कार्यक्रम का संचालन संस्था के संस्थापक एवं वर्तमान में महासचिव डॉ विवेक गौतम द्वारा किया गया।
इस सम्मान से सम्मानित होने पर विश्वविद्यालय के शिक्षकों, कर्मचारियों, व छात्रों ने खुशी व्यक्त की। समाजशास्त्र विभाग में प्रोफेसर जे पी भट्ट ने कहा कि यह सम्मान समाजशास्त्र एवं समाजकार्य विभाग के साथ साथ गढ़वाल विश्वविद्यालय को गौरवान्वित करने वाला सम्मान है।