विजय बहुगुणा
श्रीनगर गढ़वाल(ब्यूरो) । वीर चंद्र सिंह गढ़वाली राजकीय मेडिकल कॉलेज के हेमवती नंदन बहुगुणा बेस अस्पताल के ऑर्थोपेडिक विभाग ने चिकित्सा क्षेत्र में नई मिसाल कायम की है। यहां पहली बार डॉक्टरों की टीम ने एक ही ऑपरेशन में 76 वर्षीय महिला मरीज के दोनों घुटनों का सफल प्रत्यारोपण किया है। इससे पहले आमतौर पर डॉक्टर एक बार में केवल एक ही घुटने का प्रत्यारोपण करते आए हैं।
कुंजविहार, श्रीनगर निवासी रामेश्वरी देवी (76) पिछले कई वर्षों से घुटनों के दर्द से पीड़ित थीं। उनके दोनों घुटने घिस चुके थे और अंदर की ओर मुड़ गए थे, जिससे उठने-बैठने और चलने-फिरने में भारी परेशानी होती थी। कई अस्पतालों में इलाज कराने के बाद भी उन्हें आराम नहीं मिला। ऐसे में उन्होंने वीर चंद्र सिंह गढ़वाली मेडिकल कॉलेज के ऑर्थोपेडिक विभाग के सीनियर प्रोफेसर एवं प्रमुख डॉ. दया कृष्णा से परामर्श लिया।
डॉ. दया कृष्णा ने जांच के बाद उन्हें दोनों घुटनों के जोड़ प्रत्यारोपण की सलाह दी। इसके बाद 9 अक्टूबर 2025 को दोनों घुटनों का ऑपरेशन एक साथ किया गया। ऑपरेशन पूरी तरह सफल रहा और मात्र तीन दिन बाद ही मरीज को वॉकर की मदद से अपने पैरों पर खड़ा कर चलाया गया। अब मरीज को घुटने मोड़ने में कोई परेशानी नहीं है और दर्द में भी काफी राहत मिली है।
इस सफल सर्जरी से श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों ने चिकित्सा क्षेत्र में एक नया आयाम जोड़ा है। मरीज ने स्वस्थ होकर डॉक्टरों और अस्पताल प्रशासन का आभार जताया।
प्रदेश के माननीय चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने अस्पताल में सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए लगातार प्रयास किए हैं। इन्हीं व्यवस्थाओं के कारण अब यहां जटिल से जटिल ऑपरेशन भी सफलता पूर्वक हो रहे हैं और मरीजों के चेहरों पर खुशी लौट रही है।
घुटनों का यह सफल प्रत्यारोपण आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत निशुल्क किया गया, जिससे गरीब और जरूरतमंद मरीजों को भी उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं मिल पा रही हैं। यह उपलब्धि श्रीनगर मेडिकल कॉलेज और बेस अस्पताल के लिए गर्व का विषय है, जिसने एक बार फिर राज्य में सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को नई ऊँचाइयों पर पहुंचा दिया है।
ऑपरेशन टीम:
इस ऐतिहासिक ऑपरेशन में ऑर्थोपेडिक विभाग से सीनियर प्रोफेसर एवं प्रमुख डॉ. दया कृष्णा टम्टा, पी.जी. रेजिडेंट डॉ. सुखजीत, एनेस्थीसिया विभाग से सीनियर प्रोफेसर एवं प्रमुख डॉ. अजय विक्रम सिंह, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. वंदना गेहरवाल, पी.जी. रेजिडेंट डॉ. मनीष ग्यारा और डॉ. दर्शन की अहम भूमिका रही।
प्राचार्य ने दी डाक्टरों की टीम को बधाई
राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना ने ऑर्थोपेडिक विभाग की टीम को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा कि एक ही ऑपरेशन में दोनों घुटनों का सफल प्रत्यारोपण हमारे चिकित्सकों की उच्च दक्षता, टीमवर्क और समर्पण का परिणाम है। यह उपलब्धि न केवल कॉलेज के लिए गौरव की बात है, बल्कि पूरे पर्वतीय क्षेत्र के लिए प्रेरणादायक उदाहरण है। अब श्रीनगर जैसे पहाड़ी इलाके में भी मरीजों को बड़े शहरों जैसी आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के मार्गदर्शन में कॉलेज निरंतर प्रगति कर रहा है। अत्याधुनिक उपकरणों और विशेषज्ञ चिकित्सकों की बदौलत अब यहां जटिल ऑपरेशन भी सफलता पूर्वक किए जा रहे हैं। हमारा लक्ष्य है कि हर मरीज को सर्वोत्तम इलाज और देखभाल मिले। इस तरह की सफल सर्जरी से संस्थान की साख और जनता का भरोसा दोनों बढ़े हैं।