श्रीनगर गढ़वाल(ब्यूरो)। बेस अस्पताल में मंगलवार देर सांय साढ़े सात बजे के करीब एक फर्जी डॉक्टर बनकर आये एक युवक बाल रोग विभाग के वार्ड में आया और वहां बेड पर अकेली बैठी एक नाबालिक बालिका को खुद को डॉक्टर बताकर बाहर लाया। बालिका की मां उस समय सामान लेने बाहर गई थी, तो फर्जी बनकर आये युवक ने नाबालिक को बाथरूम की तरफ ले गया और नाबालिक के साथ गलत हरकत करने लगा तो नाबालिक वहां से भागकर वार्ड की तरफ आई और वार्ड में तैनात डॉक्टरों को यह बात बताई। इस बीच फर्जी डॉक्टर बनकर आया युवक पीछे वाले गेट की तरफ से भाग निकला। इस बात की खबर लगते ही वार्ड में अफरा-तफरी का मौहाल हो गया और फर्जी बनकर आए युवक को ढूढ़ने लगे। जिसकी सूचना पुलिस प्रशासन और बेस चिकित्सालय प्रशासन को लगी तो अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजेय विक्रम सिंह भी मौके पर पहुंचे और सीसीटीवी कक्ष को खोला गया और नाबलिक बालिका के साथ पुलिस और अस्पताल प्रशासन ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो रात्रि पौने दस बजे के करीब एक सीसीटीवी कैमरे में युवक दौड़ता हुआ नजर आया। जबकि फर्जी डॉक्टर बनकर आए युवक की फोटो बालिका को दिखाई गई तो बालिका ने फोटो के आधार पर युवक की पहचान की गई। चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक अजेय विक्रम सिंह ने बेस अस्पताल में आने वाले सभी मरीजों एवं तीमारदारों से आग्रह किया कि अस्पताल के अंदर यदि इस तरह से कोई भी संदिग्ध आता है तो उसकी सूचना डॉक्टरों व सुरक्षा कर्मियों को दे। कहा कि बालिका द्वारा इसकी सूचना देने पर तत्काल पुलिस को सूचना दी गई साथ ही सीसीटीवी फुटेज खंगाल कर युवक की पहचान की गई। उन्होंने कहा कि अस्पताल में संदिग्ध रूप से आकर इस तरह की अनैतिक गतिविधियां करने वालों को विरूद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही करायी जायेगी। साथ सुरक्षा कर्मियों को निर्देशित किया गया है कि अस्पताल परिसर में कोई भी संदिग्ध व्यक्ति ना आ पाये इस पर कड़ी निगरानी रखी जाए।