विजय बहुगुणा
श्रीनगर गढ़वाल(ब्यूरो)। एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय की इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी) ने छात्रों में रचनात्मक सोच और उद्यमिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से केंद्रीय विद्यालय, एसएसबी श्रीनगर गढ़वाल में नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने हेतु एक आउटरीच कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया। आईआईसी के अध्यक्ष डॉ. राम साहू ने युवा मस्तिष्कों के भविष्य को आकार देने में नवीन विचारों और उद्यमशीलता कौशल के महत्व पर ज़ोर दिया। उन्होंने छात्रों को पाठ्यपुस्तकों से आगे सोचने और वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का समाधान करने के लिए अपने ज्ञान का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया।
डॉ. विवेक शर्मा ने वास्तविक जीवन की चुनौतियों के समाधान में नवाचार के महत्व पर बात की और इस बात पर प्रकाश डाला कि रचनात्मकता कैसे प्रगति को गति दे सकती है। उन्होंने उद्यमिता को एक करियर पथ के रूप में प्रस्तुत किया और युवा उद्यमियों की सफलता की कहानियाँ साझा कीं। डॉ. विनीत मौर्य ने छात्रों के लिए अपने विचारों को विकसित करने और उन्हें व्यवहार्य उद्यमों में बदलने के लिए उपलब्ध अवसरों और संसाधनों पर चर्चा की। संवादात्मक सत्रों ने छात्रों को आलोचनात्मक चिंतन के लिए प्रोत्साहित किया और उन्हें उद्यमिता को आत्मनिर्भरता और विकास का मार्ग मानने के लिए प्रेरित किया। इस कार्यक्रम में यह भी मार्गदर्शन दिया गया कि कैसे स्कूल उद्यमिता कौशल विकसित करने के लिए एक प्रारंभिक मंच के रूप में काम कर सकते हैं।
कार्यक्रम का समापन केंद्रीय विद्यालय के पुखराज सर के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। उन्होंने वक्ताओं को उनकी बहुमूल्य अंतर्दृष्टि और छात्रों को उनकी सक्रिय भागीदारी के लिए धन्यवाद दिया। डॉ. राम साहू ने कार्यक्रम के संचालन के लिए मंच प्रदान करने हेतु प्रधानाचार्या श्रीमती कृति सक्सेना का आभार व्यक्त किया
छात्रों ने वक्ताओं के साथ सक्रिय रूप से बातचीत की और नवीन विचारों को विकसित करने में गहरी रुचि दिखाई। यह कार्यक्रम अत्यंत प्रेरक साबित हुआ और इसने विकास और आत्मनिर्भरता के मार्ग के रूप में उद्यमिता के बारे में जागरूकता पैदा की। इस कार्यक्रम में कक्षा 11-12 के छात्र, जो अपने शैक्षणिक जीवन के एक महत्वपूर्ण पड़ाव पर हैं, के साथ-साथ केवी के संकाय सदस्य श्रीमान संजय पंत, श्रीमती रूपांजली, श्रीमान वरुण ने भी भाग लिया।