श्रीनगर गढ़वाल(ब्यूरो)। हंस फाउंडेशन ने डीएनबी कोर्स के लिए श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के साथ गुरुवार को एमओयू हस्ताक्षर हुए। यह एमओयू डीएनबी पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स के लिए किया गया। हंस फाउंडेशन से डीएनबी कोर्स करने वाले छात्र-छात्राएं श्रीनगर मेडिकल कॉलेज से कोर्स से संबंधी तमाम मेडिकल प्रोसीजर एवं रिसर्च संबंधी कार्यो मे करेंगे सहयोग। हंस फाउंडेशन ने श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में चिकित्सा शिक्षा ले रहे छात्रों के अध्ययन के लिए बेहतर सुविधाएं एवं शैक्षणिक मौहाल को देखते हुए चुना है।
हंस फाउंडेशन और मेडिकल कॉलेज के आपस में चिकित्सा शिक्षा के लिए बेहतर असवर पर देने पर हंस फाउंडेशन ने प्रदेश के मा. चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत जी का आभार जताया है। कहा कि चिकित्सा शिक्षा मंत्री जी के प्रोत्साहन के बाद ही यह एमओयू हस्ताक्षर का कार्य पूर्ण हुआ है।
गुरुवार को हंस फाउंडेशन के सतपुली अस्पताल के पैथोलॉजी एवं ब्लड़ बैंक प्रभारी डॉ. प्रकाश पांडेय और मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत ने दोनों संस्थानों के बीच डीएनबी कोर्स को लेकर एमओयू पर हस्ताक्षर किये। जिसके तहत हंस फाउंडेशन के द्वारा संचालित होने वाले डीएनबी कोर्स को लेकर छात्र-छात्राएं श्रीनगर मेडिकल कॉलेज से रिसर्च और मेडिकल एजुकेशन संबंधी प्रशिक्षण भी ले सकेगे। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत ने बताया कि हंस फाउंडेशन द्वारा डीएनबी कोर्स संचालन की कार्यवाही की जा रही है, इसको लेकर श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में डीएनबी कोर्स करने वाले छात्रों को रिसर्च एंड मेडिकल प्रोसीजर, क्लीनिकल, पेशेंट केयर, बेसिक साइंस, रिसर्च एक्टिविटी सहित अन्य चिकित्सा शिक्षा से संबंधी विभिन्न विभागों से कॉर्डिनेशन कर कार्यरूप मे लाया जायेगा। यह माननीय चिकित्सा स्वास्थ्य एंव चिकित्सा शिक्षा मन्त्री की ही विशेष पहल पर ही हुआ है। हंस फाउंडेशन के सतपुली अस्पताल के ब्लड़ बैंक प्रभारी डॉ. प्रकाश पांडेय ने कहा कि यह प्रोत्साहन व अवसर माननीय चिकित्सा शिक्षा एवं चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत जी की विशेष पहल पर हुआ है। उन्होने कहा कि यह एमओयू दोनों संस्थानों के लिए डीएनबी पीजी डिग्री कोर्स के साथ-साथ मरीजों के इलाज में और बेहतरी होगी और क्षेत्र भर के मरीजों को चिकित्सा सेवा का और बेहतर लाभ मिलेगा। डॉ. पांडेय ने एमओयू हस्ताक्षर और सहयोग की अपेक्षा करते हुए कॉलेज के प्राचार्य का भी आभार जताते हुए कहा कि मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में आज तमाम सुविधाएं के साथ-साथ दक्ष फैकल्टी कार्यरत है, जिसका लाभ हंस फाउंडेशन के डीएनबी कोर्स करने वाले छात्रों व मरीजों के साथ ही फैकल्टी को भी मिलेगा।