श्रीनगर गढ़वाल(ब्यूरो)। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय की इंस्टीट्यूट इनोवेशन काउंसिल द्वारा स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट में “उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए” अयोजित मेन्टरिंग कार्यशाला में प्रतिभागियों को अंत्रप्योन्योर्शिप एवम स्टार्टअप, सर्च इंजन ऑप्टिमाईसजेशन तथा वैब डेवलपमेंट के बारे में विभिन्न व्याख्यानों का आयोजन किया गया।
कार्यशाला का उद्घाटन प्रो. अजय जी नामदेव हेड फार्मास्यूटिकल सॉंइस के द्वारा किया गया। आई. आई. सी. अध्यक्ष डॉ. राम कुमार साहू ने युवा औद्योगिक उद्यमियों के लिए बेहतर अवसर पर आयोजित कार्यशाला में उद्यमिता के महत्व पर जोर दिया। प्रो. अजय जी नामदेव के द्वारा प्रतिभागियों को वैब डेवलपमेंट के महत्व से अवगत कराया गया।
बतौर मुख्य वक्ता सहायक प्रोफेसर डॉ. राहुल बहुगुणा व्यवसाय प्रबंधन विभाग गढ़वाल विश्वविद्यालय के द्वारा डिजिटल उद्यमिता में प्रबंधन के उपयोग पर प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया गया। डिजिटल युग में सही नवाचार और इंजीनियरिंग समाधानों पर अंतर दृष्टि साझा की तथा स्टार्टअप फंडामेंटल और उद्यमिता पर गहन और इंटरएक्टिव प्रस्तुति साझा किया। इंजीनियरिंग विभाग के डॉ. वरुण बर्थवाल ने व्यवसाय अनुकूलन और विकास के लिए आईटी का लाभ उठाने पर ध्यान केंद्रित किया। इंजीनियरिंग विभाग के अरविंद कुमार ने बिज़नेस मॉडल पर वेब डेवलपमेंट के विभिन्न परिवर्तनकारी प्रभाव पर व्यावहारिक प्रस्तुति दी ।
छात्रों ने व्यावहारिक सत्रों में भी भाग लिया, कार्यशाला का समापन प्रतिभागियों के काम के मूल्यांकन के साथ हुआ । प्रो. एम. पी. थपलियाल डीन स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग ने कार्यशाला के लिए अपनी प्रशंसा व्यक्त की और सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र सौंपे। कार्यशाला ने छात्रों को उनके उद्यमशील प्रयासों के लिए रणनीतिक और अभिनव सोच कौशल से सफलतापूर्वक सुसज्जित किया। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आई. टी. विभाग के शिक्षक कर्मचारी गण तथा आई. आई. सी. स्टूडेंट मेंबर्स बी.टेक के स्टूडेंट्स निखिल गुप्ता, रवि कुमार, शिवम् सिंह, अविनाश कुमार सिंह, सौरभ, और दिव्यांशी चौधरी ने बतौर वालंटियर हैंड्स ऑन ट्रेनिंग के तहत अपना योगदान दिया।