श्रीनगर गढ़वाल(ब्यूरो)। पोर्टल-01 और एडिट-05 के बीच एस्केप टनल का तीसरा और अंतिम ब्रेकथ्रू सफलता सफलतापूर्वक पूरा हो गया है। इस ब्रेकथ्रू के बाद श्रीनगर से डुंगरीपंथ तक 9 किमी लंबाई की एस्केप टनल की पूरी खुदाई हो चुकी है। अंतिम चरण में सुरंग की खुदाई के साथ, फाइनल कंक्रीट लाइनिंग का काम शुरू कर दिया गया है और वर्तमान में फायनल लाइनिंग का काम 33%, MT में पूरा हो चुका है और फायनल कंक्रीट लाइनिंग का 20% काम, ET में पूरा हो चुका है।
ऋषिकेश और कर्णप्रयाग के बीच 125 किलोमीटर नई बीजी रेल लाइन परियोजना को निर्माण कार्य कर रहा है। सुरंग कार्यों को 10 विभिन्न पैकेजों में विभाजित किया गया है और विभिन्न कार्यदाई संस्थाएं इन अलग-अलग पैकेजों में कार्य कर रही हैं।
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग नई बीजी रेल लाइन परियोजना के अंतर्गत पैकेज-6, श्रीनगर (जीएनआईटीआई ग्राउंड) से ग्राम डूंगरी-पंथ (धारी देवी स्टेशन यार्ड) के बीच स्थित है। पैकेज-06 के तहत ऋषिकेश-कर्णप्रयाग परियोजना की सुरंग संख्या 11 जिसकी कुल लंबाई 9050 मीटर (9.05 किमी) है, श्रीनगर और डूंगरी-पंथ को जोड़ती है। मुख्य सुरंग संख्या – 11 वह सुरंग है जिसमें ट्रेन चलेगी और एस्केप सुरंग संख्या -11 आपातकालीन बचाव सुरंग है जो मुख्य सुरंग के समानांतर चल रही है। इसलिए दो समानांतर सुरंगें अर्थात् मुख्य सुरंग (MT) और एस्केप टनल (ET) पैकेज-6 में निर्माणाधीन है।
MT और ET के अलावा, टनल नंबर 11 को निर्माण कार्य को तेज करने के लिए 2 एडिट टनल का निर्माण भी किया गया है। ये एडिट-05 (श्रीकोट गंगा नाली/गैस गोदाम के पास) और एडिट-06 (स्वीट गाँव में) हैं। श्रीनगर जीएनआईटी सुरंग संख्या 11 का पोर्टल-01 (पी-1) है और डुंगरीपंथ/धारी देवी स्टेशन यार्ड पोर्टल-02 (पी-2) है।