श्रीनगर गढ़वाल(ब्यूरो)। बेस चिकित्सालय में गढ़वाल भर के मरीजों के लिए चिकित्सा सेवा बेहतर मिले इसके लिए ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर, ओपीडी कक्ष, आयुष्मान काउंटर, डायलिसिस, ब्लड़ कलेक्शन सेंटर सहित तमाम मरीजों से संबंधी सेवाएं समय पर खुल जाती है। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत के निर्देश पर हर दिन चिकित्सा अधीक्षक डॉ अजेय विक्रम सिंह द्वारा प्रत्येक ओपीडी से लेकर तमाम काउंटरों का निरीक्षण किया जाता है। हर दिन निरीक्षण के बाद लगातार अस्पताल की व्यवस्थाएं दुरस्त हुई है और मरीजों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधा मिल रही है।
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के बेस चिकित्सालय में गढ़वाल भर से बड़ी संख्या में मरीज वार्डो में भर्ती रहते है, तो हर रोज सुबह 8.30 बजे से और सांय विभागाध्यक्षो एवं इंचार्ज चिकित्सको द्वारा भर्ती मरीजों को चेकअप के लिए वार्डो में ओपीडी में आने से पूर्व जाना पड़ता है। ऐसे में हर रोज ओपीडी खुलने पर ठीक समय पर मेडिकल कॉलेज के सम्बन्धित विभागो के पीजी डॉक्टर, सीनियर रजीडेंट व इंटर्न डॉक्टरों की टीम ओपीडी खुलते ही अपने – अपने ओपीडी कक्षो में बैठ जाते है। मरीजों के ओपीडी कक्ष में बीपी लेने से लेकर मरीज की पूरी हिस्ट्री व चैक अप किया जाता है। जिसके बाद विभाग के विभागाध्यक्ष व इंचार्ज चिकित्सक वार्डो के निरीक्षण के बाद ओपीडी कक्ष में आकर मरीजो को बडी तल्लीनता से देखते है। प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत ने बताया कि मरीजों को चिकित्सा सेवा का बेहतर लाभ मिले इसके लिए हर दिन अस्पताल में बेहतर व्यवस्थाएं बनाई गयी है। माननीय चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मन्त्री जी द्वारा हर हफ्ते श्रीनगर मेडिकल कॉलेज व चिकित्सालय की समीक्षा की जाती है, ताकि मरीजो को बेहतर से बेहतर ईलाज मिले व पढने वाले एमबीबीएस व पीजी छात्र छात्राओ को किसी भी तरह की असुविधा व असुरक्षा ना हो । चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजेय विक्रम सिंह को प्रतिदिन नौ और सवा नौ बजे के बीच अस्पताल में समस्त ओपीडी, रजिस्ट्रेशन काउंटर, इमरजेंसी, आयुष्मान, डायलिसिस, ब्लड कलेक्शन सेंटर, एक्सरें, एमआरआई सहित वार्डो का निरीक्षण करने निर्देश दिये है। जिसमें हर दिन ओपीडी डॉक्टर से लेकर कर्मचारियों चिकित्सा अधीक्षक द्वारा रिपोर्टिंग की जाती है। जिससे दूर-दराज से आने वाले मरीजों किसी भी प्रकार की कोई असुविधा नहीं होती है। कहा कि मेडिसिन ओपीडी, स्कीन, आर्थो, ईएनटी, गायनी जैसे विभागों में मरीजों की अत्यधिक भीड़ होने पर डॉक्टरों द्वारा कतिपय दिन तीन बजे के बाद भी मरीजों को देखा जाता है…डा. सीएमएस रावत प्राचार्य श्रीनगर मेडिकल कॉलेज।