विजय बहुगुणा
श्रीनगर गढ़वाल(ब्यूरो)। राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर के बेस चिकित्सालय में एंटी माइक्रोबियल रेजिस्टेंस अवेयरनेस वीक (WAAW) 2024 मनाया जा रहा है, जिसके तहत सीएमई का आयोजन डब्ल्यूएचओ द्वारा जारी सप्ताह की थीम एजुकेट, एडवोकेसी और एक्ट नाव पर विशेषज्ञों ने अपने सुझाव और जागरूकता संबंधी बातें फैकल्टी, सीनियर रेजिडेंट्स, जूनियर रेजिडेंट्स, इंटर्न्स, नर्सिंग अधिकारी, फार्मासिस्ट, पैरामेडिकल स्टाफ और एमबीबीएस छात्रों को दी गई।
सीएमई के अवसर पर मेडिकल एजुकेशन यूनिट के संयोजक डॉ. किंगशुंग लौहान ने कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए कहा कि सामान्य बीमारियों में एंटीबायोटिक दवाओं के इस्तेमाल से बचना चाहिए। खासतौर पर बिना डॉक्टर की सलाह पर एंटीबायोटिक दवाएं नहीं लेनी चाहिए। कार्यक्रम में कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के डॉ. सुरेन्द्र सिंह नेगी ने डब्ल्यूएचओ की थीम एजुकेट, एडवोकेसी और एक्ट नाव पर विस्तार पूर्वक जानकारी दी। उन्होंने देश में एंटी माइक्रोबियल रेजिस्टेंस से हुई मौतों की जानकारियां साझा की, जबकि आंकड़ों को गंभीर बताते हुए कहा कि इस स्थिति के बारे में खुद को शिक्षित करना जरूरी है। इस थीम को डब्ल्यूएचओ ने इसलिए रखा है ताकि एंटी माइक्रोबियल रेजिस्टेंस के बारे में लोगों तक जानकारी पहुंचाई जा सके। कार्यक्रम में माइक्रोबायोलॉजी विभाग की एचओडी डॉ. विनीता रावत ने सेंट्रल वीनस कैथेटर इंफेक्शन्स पर कैथेटर-संबंधी रक्तप्रवाह संक्रमण के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। मेडिकल कॉलेज के फार्माकोलॉजी विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. राजेंद्र शर्मा ने एंटीमाइक्रोबियल स्टीवर्डशिप विषय पर जानकारी देते हुए कहा कि एंटी माइक्रोबियल रेजिस्टेंस का प्रबन्धन एवं बचाव के संदर्भ मं विस्तृत जानकारी दी। कहा कि एंटीमाइक्रोबियल स्टीवर्डशिप कार्यक्रम, रोगाणुरोधी प्रतिरोध से लड़ने में तथा स्वास्थ्य सेवा से जुड़े संक्रमणों को कम करने में मदद करते हैं। इस मौके पर कम्युनिटी मेडिसिन विभाग की एचओडी डॉ. जानकी बर्त्वाल, डॉ. अमन भारद्वाज, डॉ. गजाला लक्ष्मी, डॉ. चैतन्य, डॉ. रितु अधिकारी, डॉ. करिश्मा, डॉ. अजीम, डॉ. अंजली, डॉ. ऊषा, डॉ. साक्षी, डॉ. अमन भारद्वाज, डॉ. दीवाकर सहित समस्त नर्सिंग अधिकारी व अन्य मौजूद थे।