विजय बहुगुणा
श्रीनगर गढ़वाल(ब्यूरो)। सनातन धर्म के उत्थान,संरक्षण और विश्व शांति के संकल्प के साथ आर्याव्रत विश्व सनातन विकास परिषद अब एक ऐतिहासिक पहल करने जा रही है। परिषद द्वारा भारत के प्रत्येक राज्य में राष्ट्रीय सनातन चेतना यात्रा निकाली जाएगी। इस बात की घोषणा परिषद के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष,श्री श्री 1008 ज्योतिषाचार्य,कथा व्यास,आध्यात्मिक धर्मगुरु परम् पूज्यनीय स्वामी आशीषकृष्ण नंदाचार्य महाराज ने की। उन्होंने ने बताया कि परिषद आज देशभर में बहुत तेजी से नई-नई ऊंचाइयां छू रही है। समाज के सभी वर्ग,विशेषकर संत समाज,पुरोहित समाज,अधिकारी वर्ग,मीडिया जगत,डॉक्टर और शिक्षाविद परिषद की विचारधारा से जुड़कर सदस्यता ग्रहण कर रहे हैं। सनातन संस्कृति और धर्म के संरक्षण के लिए आम जनमानस का जबरदस्त समर्थन,प्रेम और आशीर्वाद संगठन को प्राप्त हो रहा है। संत-समाज का आशीर्वाद और मार्गदर्शन-स्वामी आशीषकृष्ण नंदाचार्य महाराज ने बताया कि परिषद को यह प्रेरणा जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद महाराज से मिली है। संगठन के राष्ट्रीय संरक्षक वेदमूर्ति स्वामी प्रणाली जी महाराज के सानिध्य और आशीर्वाद से संगठन निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। वहीं राष्ट्रीय अध्यक्ष कार्यकारी कृष्णकान्त महाराज,गुरु भाई नित्यानंद गिरी महाराज,गुरु भाई ज्ञानेंद्र दुबे महाराज,कवि और साहित्यकार प्रीति भारती महिला मोर्चा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य,प्रदेश अध्यक्ष सौरभ दुबे और महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष अनु साहू जैसे पदाधिकारी दिन-रात संगठन के विस्तार और मजबूती के लिए सक्रिय प्रयासरत हैं। सनातन चेतना यात्रा-राष्ट्रव्यापी तैयारी- संगठन ने सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे इस ऐतिहासिक राष्ट्रीय सनातन चेतना यात्रा की तैयारियां अभी से प्रारंभ करें। यात्रा का उद्देश्य होगा भारत के कोने-कोने में सनातन धर्म की चेतना का प्रसार,सभी वर्गों में एकता,धर्म,अध्यात्म और संस्कृति के प्रति जागरण,युवाओं और महिलाओं को सनातन परंपराओं से जोड़ना,विश्व में भारत की सांस्कृतिक धरोहर का संदेश पहुंचाना। स्वामी आशीषकृष्ण नंदाचार्य महाराज ने कहा कि यह यात्रा न केवल सनातन संस्कृति का ध्वजवाहक बनेगी,बल्कि समाज के प्रत्येक वर्ग को एक सूत्र में बांधकर भारत को फिर से विश्व गुरु बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। परिषद का आह्वान है कि सभी प्रदेशों और जिलों के पदाधिकारी संगठन में अधिक से अधिक सदस्य जोड़ें और इस यात्रा को सफल बनाने हेतु तन,मन और धन से योगदान दें। सनातन धर्म केवल आस्था नहीं,यह जीवन पद्धति और विश्व शांति का मार्ग है। आर्याव्रत विश्व सनातन विकास परिषद का उद्देश्य इसी सनातन चेतना को राष्ट्र से लेकर विश्व तक पहुँचाना है।