विजय बहुगुणा
श्रीनगर गढ़वाल(ब्यूरो)। आइसा छात्र संगठन द्वारा बिरला परिसर गेट पर गढ़वाल विश्वविद्यालय के कुलपति की नियुक्ति को लेकर केंद्र सरकार एवं शिक्षा मंत्रालय के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। 31 अक्टूबर 2024 को गढ़वाल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल का कार्यकाल समाप्त हो चुका है, परंतु 22 दिन हो जाने के उपरांत भी नए कुलपति की नियुक्ति नहीं हुई है, और ना ही कार्यवाहक कुलपति की व्यवस्था की गई है। जिस कारण से बड़े स्तर पर विश्वविद्यालय के आवश्यक कार्य प्रभावित हो रहे हैं, बड़े स्तर पर छात्र -छात्राओं को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
गढ़वाल विश्वविद्यालय छात्रा प्रतिनिधि प्रियंका खत्री ने कहा कि इतने समय पश्चात भी कुलपति की नियुक्ति नहीं हो पाना केंद्र सरकार एवं शिक्षा मंत्रालय के छात्रों के प्रति लापरवाह रवैए को दर्शाता है, सभी असमंजस में हैं कि हमारा कुलपति कौन है। पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष रोबिन सिंह असवाल ने कहा कि विश्वविद्यालय में कुलपति, प्रतिकुलपति के पद खाली हैं एवं कुलसचिव, परीक्षा नियंत्रक, वित्त अधिकारी जैसे महत्वपूर्ण पद कार्यवाहक अधिकारियों के भरोसे चल रहे हैं। विश्वविद्यालय के महत्वपूर्ण कार्य अटके पड़े हैं, छात्रों की उपाधि बनने में समस्याएं आ रही हैं, विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह होने की भी अभी तक कोई सूचना नहीं है। छात्र कार्यकारिणी सदस्य शिवांक नौटियाल ने कहा कि अगर शीघ्र ही रिक्त पदों पर नियति नहीं की जाती है तो छात्र संगठन आइसा द्वारा बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा, किसी भी हाल में छात्रहितों के साथ खिलवाड़ नहीं सहा जाएगा। प्रदर्शन करने वालों में प्रवेश बुटोला, आयुष, अंकित, अरुणेश मिश्रा, वैष्णवी, युवराज, सलोनी, अनुष्का, मनीषा, अनुष्का, सक्षम, दीपा आदि छात्र -छात्राएं शामिल रहे।