
विजय बहुगुणा
श्रीनगर गढ़वाल(ब्यूरो)। चमोली जिले में चल रही राम मूरारी बाबू की कथा सुनने के बाद वापस सूरत गुजरात के निकलने के दौरान सूरत निवासी 68 वर्षीय हंसमुख भाई भगू पटेल को अचानक बस में बेहोशी की हालत में हो गये। जिससे तीर्थ यात्रियों की बस उन्हें लेकर बेस चिकित्सालय लायी और अस्पताल में भर्ती कराया। भर्ती कराने के बाद उनके साथ कोई भी साथ नहीं रहा। ऐसे वक्त पर बुजुर्ग यात्री बेस अस्पताल प्रशासन ने तमाम चिकित्सा सेवाएं देकर उन्हें इस्केमिक स्ट्रोक से उभारा गया। रविवार को गुजरात से पहुंचे उनके परिजन ने बुजुर्ग के स्वस्थ्य होने पर डॉक्टरों एवं अस्पताल प्रशासन का आभार प्रकट किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार को गोठान गांव जिला सूरत गुजरात के 68 वर्षीय हंसमुख भाई भगू पटेल को बेस चिकित्सालय के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजेय विक्रम सिंह ने बताया कि जहां मेडिसिन विभाग के चिकित्सकों ने प्रशिक्षण कर बुजुर्ग को इस्केमिक स्ट्रोक पाया गया। बुजुर्ग यात्री की सीटी स्केन, एक्सरे से लेकर तमाम ब्लड़ जांचे एवं दवाई नि:शुल्क रूप से करायी गई है। कहा कि बुजुर्ग अस्पताल में गंभीर अवस्था में पहुंचा था, किंतु समय पर अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों की मेहनत और त्वरित उपचार ने बुजुर्ग की जान बचाई। वहीं अस्पताल के वार्ड बॉय मनीष राणा द्वारा यात्री के साथ परिजन बनकर साथ निभाया। रविवार को गुजरात से पहुंचे उनके परिजन हैतल शाह ने बताया कि उन्हें सूचना मिलने पर वह तत्काल प्रभाव से एयरपोर्ट से ऋषिकेश पहुंचे और सुबह श्रीनगर बेस चिकित्सालय पहुंचे। उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रशासन द्वारा सूरत गुजरात जैसे क्षेत्र से आने वाले व्यक्ति का अस्पताल में अकेला होने पर भी तमाम चिकित्साएं सुविधाएं देकर जान बचाई गई। जिसके लिए उन्होंने चिकित्सालय प्रशासन, डॉक्टरों एवं वार्ड बॉय का आभार जताया। उन्होंने पहाड़ी क्षेत्र के इस चिकित्सालय में बेहतर सुविधाएं देने पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री जी एवं स्वास्थ्य मंत्री का भी आभार जताया। कहा कि इलाज के दौरान उनका एक भी पैसा खर्च नहीं हुआ।