रुद्रप्रयाग(ब्यूरो) । भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेई जी के जन्म शताब्दी वर्ष पर आज केदारनाथ विधानसभा के कार्यकर्ताओं द्वारा केदारनाथ विधानसभा के अंतर्गत चंद्रापुरी (स्यालसोड) में जिला अध्यक्ष भारत भूषण भट्ट की अध्क्षता में अटल स्मृति सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम से पहले कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर दीप प्रज्जित करते हुए पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया।
विधानसभा सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जी के जीवन विचारों, सुशासन ,राष्ट्र निर्माण में योगदान और उनकी लोकतांत्रिक मूल्यों को जनता तक पहुंचाना एवं सामुदायिक भागीदारी सुनिश्चित करना है।
सम्मेलन में मुख्य वक्ता विधायक केदारनाथ आशा नौटियाल ने स्मृति सम्मेलन के माध्यम से अटल जी के अखंड राष्ट्रवाद, लोकतांत्रिक मूल्यों, सुशासन और सर्वसमावेशी विकास की सोच पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में देश ने सशक्त, सुरक्षित और आत्मनिर्भर भारत की नींव रखी। जिसे आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में विकसित भारत के संकल्प के साथ नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में भारत की सदी बनाने का अटल जी का सपना जो आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की दूरदर्शी नीति, दृढ़ संकल्प और सक्षम नेतृत्व में साकार हो रहा है। कहा कि स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना, ग्राम सड़क योजना और दूरसंचार क्रांति ने देश की आर्थिक संरचना को गति दी। ये योजनाएँ आज भी विकास की रीढ़ हैं।वे मानते थे कि मजबूत रक्षा व्यवस्था ही स्थायी शांति की आधारशिला होती है। पोखरण परमाणु परीक्षण इसी विचार का प्रत्यक्ष उदाहरण है।
सम्मेलन में मौजूद बीकेटीसी के उपाध्यक्ष श्री विजय कप्रवान ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जी के विचारों का केंद्र बिंदु राष्ट्र था। वे मानते थे कि सत्ता, दल और विचारधाराएँ राष्ट्रहित के बाद आती हैं। उनके अनुसार देश की एकता, संप्रभुता और गरिमा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता।अटल जी का स्पष्ट मत था कि राजनीति बिना नैतिक मूल्यों के खोखली हो जाती है। वे सत्य, ईमानदारी और पारदर्शिता को राजनीति की आत्मा मानते थे। सत्ता में रहते हुए भी उन्होंने व्यक्तिगत सादगी और शुचिता बनाए रखी। उन्होंने कहा कि वाजपेयी जी कुशल प्रशासक, ओजस्वी वक्ता तथा दूरदृष्टा नेता थे, जिन्होंने राष्ट्र निर्माण को नई दिशा प्रदान की। उनका संपूर्ण जीवन सुशासन, संवेदनशीलता एवं सर्वसमावेशी विकास के प्रति समर्पित रहा। उन्होंने राजनीति को जनसेवा का माध्यम बनाकर लोकहित को सर्वोपरि रखा।
जिलाध्यक्ष भारत भूषण भट्ट ने सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए कहा कि सुशासन के साथ विकास का जो मूल मंत्र उन्होंने स्थापित किया, वह भाजपा की सभी सरकारों के लिए मार्गदर्शन और दिशा निर्देशिका का काम कर रहा है। स्वयं पीएम मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार भी उनकी नीतियों का अनुशरण करते हुए विकसित भारत निर्माण की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। उनका व्यक्तिगत जीवन, पार्टी के लिए श्रेष्ठ कार्यकर्ता और जागरूक नागरिक निर्माण का प्रेरणादायक मानदंड है।वे भारत की सांस्कृतिक विविधता को उसकी शक्ति मानते थे। सभी धर्मों, भाषाओं और परंपराओं का सम्मान उनके विचारों में स्पष्ट दिखाई देता है।वे कठोर निर्णयों के साथ मानवीय संवेदना को जोड़ते थे। उनकी दृष्टि में विकास तभी सार्थक है जब वह समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचे।
इस दौरान कार्यक्रम के संयोजक व जिला महामंत्री अरुण चमोली, जिला महामंत्री राय सिंह राणा, मोर्चा के जिला अध्यक्ष सुमन जनलोकी ,आशीष कंडारी, सतीश गोस्वामी, हर्ष लाल, मुकीम अहमद, अगस्त मुनि ग्रामीण मंडल अध्यक्ष बृजमोहन नेगी सहित सभी मंडलों के मंडल अध्यक्ष जिला एवं मंडलों के पदाधिकारी तथा कार्यकर्ता मौजूद रहे।