देहरादून। उत्तराखंड की मुख्य सचिव ने नैनीताल के हल्द्वानी के बनभूलपुरा थाना क्षेत्र में 8 फरवरी को हुई हिंसा की मजिस्ट्रेट जांच कुमाऊं कमिश्नर को सौंपने के आदेश दिए हैं। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने हिंसाग्रस्त क्षेत्र का शुक्रवार को दौरा किया था। इसके बाद शनिवार को घटना की निष्पक्ष मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए। आदेश में कहा गया है कि कमिश्नर 15 दिन के भीतर शासन को जांच रिपोर्ट दें। दूसरी तरफ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण मेहरा के नेतृत्व में I.N.D.I.A. गठबंधन में शामिल विपक्षी पार्टियों के एक शिष्टमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात की और घटना की स्वतंत्र, निष्पक्ष जांच की मांग की। कहा कि हाई कोर्ट के वर्तमान या रिटायर्ड जज से जांच कराई जाए।पुलिस ने फोटो, विडियो, सीसीटीवी फुटेज की मदद से पहचान कर पांच आरोपियों को अरेस्ट किया है। फिलहाल, हल्द्वानी के बनभूलपुरा में कर्फ्यू जारी है। नैनीताल की DM वंदना सिंह ने बतया कि शनिवार की सुबह कर्फ्यू में कुछ ढील दी गई और अब इसे बनभूलपुरा और आसपास के इलाकों तक सीमित कर दिया गया है। गुरुवार को भड़की हिंसा के दो दिन बीत जाने के बाद भी कर्फ्यू जारी है और देखते ही गोली मारने के आदेश प्रभावी हैं। इंटरनेट सेवा अब भी बंद है। बनभूलपुरा के लोग अब भी खौफ में हैं। यहां के लोगों का कहना है कि घरों की खिड़की, दरवाजे से बाहर झांकने पर भी सुरक्षा कर्मी अंदर जाने को कह रहे हैं। जिन तीन जगहों पर उपद्रव हुआ उनमें मलिक का बगीचा, गांधीनगर और बनभूलपुरा थाना थी।