विजय बहुगुणा
श्रीनगर गढ़वाल(ब्यूरो) । बैकुण्ठ चतुर्दशी मेले का भव्य समापन हर्षोल्लास और सांस्कृतिक उमंग के बीच संपन्न हुआ। समापन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे स्थानीय विधायक एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने नगर क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों, समाजसेवियों और चिकित्सकों को सम्मानित किया।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बैकुण्ठ मेला श्रीनगर की आस्था, संस्कृति और लोक परंपराओं का जीवंत प्रतीक है। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन समाज को एकजुट करते हैं और नई पीढ़ी को अपनी सांस्कृतिक विरासत से जोड़ते हैं। डॉ. रावत ने मेले के सफल आयोजन के लिए आयोजन समिति, प्रशासन और नगरवासियों की सराहना की।
इस अवसर पर मेयर आरती भंडारी ने कहा कि बैकुण्ठ मेला श्रीनगर नगर की पहचान बन चुका है। उन्होंने बताया कि नगर निगम द्वारा मेले की स्वच्छता, प्रकाश व्यवस्था और सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध किए गए, ताकि श्रद्धालुओं और पर्यटकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। मेयर भंडारी ने कहा कि यह मेला न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि स्थानीय कलाकारों और युवाओं को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का मंच भी प्रदान करता है।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहे पाण्डवज बैंड ने अपनी ऊर्जावान और लोकसंगीत से भरपूर प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। बैंड ने अपने प्रसिद्ध गीत ‘समलौण’, ‘घुघूती बासुती’, ‘फुलारी’, ‘बडुली’, ‘जन्दौली रुंदै’, ‘घुघयाल’, ‘राधा’, ‘गाजणा’, ‘नंदा तेरो डोला’, ‘गणपति देवा’, ‘रंगीलो फागुन’, ‘एगेनी फुल्लारी’, ‘सुफल’, ‘हल्ला धूम धड़ाक्का’, ‘हे जनमभूमि’, ‘सायरा गांव’, ‘मवारी’, ‘केदारनाथ’ और ‘लेंगु पदिगे मेंगु बिंदी’ जैसे लोकप्रिय गीतों की शानदार प्रस्तुति दी। बैंड की धुनों पर दर्शक देर तक थिरकते रहे और पूरा मैदान तालियों से गूंज उठा। इस अवसर पर लैंसडाउन विधायक मेहनत दलीप रावत, जिला पंचायत अध्यक्ष रुद्रप्रयाग पूनम कठैत, नगर आयुक्त नूपुर वर्मा, पूर्व पालिका अध्यक्ष मोहन लाल जैन आदि मौजूद थे।