विजय बहुगुणा
श्रीनगर गढ़वाल(ब्यूरो) । श्रीनगर आंचल डेरी में आंचल डेरी में कम्पोनेन्ट-बी (जायका) योजना अन्तर्गत एक दिवसीय फॉडर डेवलपमेंट कार्यक्रम नेशनल प्रोग्राम फार डेरी डब्लमेन्ट DAIRYING THROUGH COOPERATIVES पशु पालन, डेयरी विभाग एन. पी. डी.डी. कम्पोनेन्द्र बी जायका योजना के अन्तर्गत एक दिवसीय फॉडर डेवलपमेट कार्यक्रम 28 अक्टूवर से आंचल डेरी दुग्ध उत्पादन सहकारी समीति संघ में कार्यक्रम आयोजित। कार्यक्रम में काशतकारों एवं महिला डेरी की महिलाओं को दुग्ध उत्पादको एवं कृषकों को जानकारी दी गई पशुओं को आहार, हरा चारा, साइलेंज धास दंवाईयां और पोषण सम्बधी जानकारी दी गई। दुग्ध उत्पादको एवं महिला डेरी की महिलाओं को कम खर्च में दुग्ध उत्पादन बढ़ाने का प्रभावी उपाय, बछड़ा-बछीया कर पोषण – आज की बछिया कल की दुधारू पशु है। अच्छे दुधारू पशुओं को समूह को पाल पोसकर बड़ा किया जाता है, न कि खरीदा जाता है।
दुधारू पशुओं के मिथेन उत्सर्जन में कमी दूध उत्पादन में सुधार करने मे भी मदद करती है, उन्नत हरा चारा उत्पादन – दुधारू पशुओं के लिये मुख्य एवं लघु पोषक तत्वों का एक महत्वपूर्ण एवं किफायती स्त्रोत आज आंचल दुग्ध उत्पादन सहकारी समिति मे माइक्रो ट्रेटिग सेटर का विधिवत उद्यटान हुआ।
श्रीनगर महिला आंचल दुग्ध उत्पादन में दूर दराज से महिलाओं ने इस कार्याक्रम में भागीदारी निभायी। कार्यक्रम में सहकारी डेरी प्रशिक्षण संस्था नैनिताल एवं उत्तराखण्ड सहकारी समिति फाउडेशन सह प्रबधक निदेशक जयदीप अरोड़ा, समान्य प्रबन्धक प्रशासक आर0एम0 तिवारी उनके साथ डा0 एच0एस0 कुटोला, देवकी सेमवाल, वन्दना नैनवाल का श्रीनगर आचंल दुग्ध उत्पादन ने सभी अतिथियों का अभिनन्दन स्वागत में बुका भेंट किया गया। इस अवसर पर प्रबंधक दुग्ध संघ श्रीनगर श्रवण कुमार सहायक निदेशक डेरी विकास विभाग नरेद्र लाल सुपरवाईयर सरोजिनी कैन्तुरा सुनिता चंदोला, कमलेश राणा, हेमती गुसाई, नन्दा सेमवाल आदि कर्मचारी गण उपस्थित रहे। सिन्डी जसकोट, मरगुण, सुमाडी, डोभ श्रीकोट, झाला, मसूड़, अस्नोली, श्रीकोट, ज्यलागढ, देवलगढ आदि ग्रामीण क्षेत्र की लोगों ने भाग लिया।