विजय बहुगुणा
श्रीनगर गढ़वाल(ब्यूरो)। वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर के संकाय सदस्यों के लिए आवास की असुविधा ना हो इसके लिए मेडिकल कॉलेज परिसर एवं बेस चिकित्सालय परिसर में ट्रांजिस्ट हॉस्टलों का निर्माण किया जा रहा है। लगभग 11 करोड़ की लागत से 60 आवास का कार्य शुरु हो गया है। संकाय सदस्यों को आवास की कमी को देखते हुए प्रदेश के मा. चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत जी के विशेष प्रयासों से दोनो कैम्पस के ट्रॉजिट हॉस्टल का निर्माण कार्य शुरु हो गया है।
विदित है कि पूर्व में फैकल्टियों के लिए आवास की सुविधा पूरी तरह से नहीं थी, जिसको देखते हुए प्रदेश के मा. चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत मेडिकल कॉलेज में संकाय सदस्यों आवास की असुविधा ना रहे इसके लिए ट्रांजिट हॉस्टल का निर्माण शुरू करवा दिया है। जिसके तहत 45 आवासों का ट्रांजिट हॉस्टल मेडिकल कॉलेज परिसर में बनाने का कार्य शुरु हो गया है। जो लगभग 8 करोड़ 50 लाख 19 हजार की लागत से किया जा रहा है। जबकि बेस चिकित्सालय परिसर में 15 आवासों का ट्रांजिट हॉस्टल का निर्माण दो महीने पहले से शुरू हो गया है। जिसकी लागत 2 करोड़ 45 लाख 54 हजार रूपये है। मेडिकल कॉलेज में उक्त दोनो ट्रांजिट हॉस्टल बनने से संकाय सदस्यों को आवास की दिक्कत नहीं रहेगी। दोनो कैम्पस मे पूरे ग्राउंड फ्लोर में कार पार्किंग रहेगी। ताकि किसी को भी कार पार्किंग के लिए कोई परेशानी न हो। यहीं नहीं नर्सिंग अधिकारियो के साथ- साथ अन्य सभी कर्मचारियों के लिए भी कोटेश्वर डैम जीवीके कॉलोनी में मिली जमीन पर आवास बनाने का कार्य भी जल्द शुरु होगा। निर्माण कार्य को गुणवत्ता के साथ कराने के लिए निर्माणदायी संस्था को प्रदेश के मा. चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने स्पष्ट दिशा-निर्देश दिये है। संस्थान के संकाय सदस्यों द्वारा दोनो कैम्पस मे चिकित्सक ट्रांजिट हॉस्टल बनाये जाने पर प्रदेश के मा. चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री के प्रति खुशी के साथ – साथ आभार प्रकट किया। संकाय सदस्यो कहा कि माननीय स्वास्थ्य मन्त्री जी अपने विजन के अनुसार श्रीनगर मेडिकल कॉलेज व बेस चिकित्सालय मे हर सुविधा देकर व सतत् मानिटरिंग कर हम सबका मार्गदर्शन करते है। वहीं ट्रांजिट हॉस्टलों के निर्माण कार्य को लेकर समय-समय पर चिकित्सा शिक्षा विभाग से सिविल वर्क विशेषज्ञ टीम भी निरीक्षण के लिए पहुंचेगी, ताकि कार्य की गुणवत्ता पर कोई प्रश्न चिन्ह ना रहे।