कोटद्वार(ब्यूरो)। पूर्वी खोह नदी खनन माफियाओं के लिए सोना उगल रही है। पुलिस प्रशासन की लाख कोशिशों के बावजूद खोह नदी में अवैध खनन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। स्थिति यह है कि तड़के चार बजे से सुबह सात बजे तक खनन माफियाओं की अवैध खनन से भरी ट्रैक्टर ट्रालियां मौत बनकर सड़क पर दौड़ रही हैं। आखिर किसकी शह और संरक्षण के चलते खनन माफिया खुलेआम विधानसभा अध्यक्ष श्रीमती रितु खंडूड़ी और जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान के अवैध खनन को सख्ती से रोकने के आदेशों व निर्देशों को ताक पर रख रहे हैं। यह चर्चा का विषय बना हुआ है। बताया जाता है कि प्रजापति नगर और झूला पुल बस्ती के खनन माफियाओं द्वारा खोह नदी से गधों द्वारा रेत बजरी का अवैध खनन कर खाली पड़े निजी प्लाटों में इकट्ठा किया किया जाता है और वहां से ट्रेक्टर ट्रालियों से उपभोक्ताओं तक पहुंचाया जा रहा है। हालांकि खनन अधिकारी पौड़ी द्वारा कोटद्वार की नदियों में अवैध खनन को रोकने और आरबीएम के भंडारण का निरीक्षण करने के लिए एक अधिकारी की तैनाती की गई है, लेकिन यह अधिकारी कहां है यह कोई नहीं जानता है? खोह नदी में हो रहे अवैध खनन को लेकर तहसील प्रशासन पर भी उंगलियां उठ रही हैं और उंगलियां उठाना भी स्वाभाविक है क्योंकि जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान द्वारा पिछली समीक्षा बैठक में भी जनपद के सभी उपजिलाधिकारियों को अवैध खनन को रोकने के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं। इसके बावजूद भी कोटद्वार की नदियों में बरसात में भी अवैध खनन रुकने का नाम नहीं ले रहा है।