पौड़ी गढ़वाल(ब्यूरो)। गढ़वाल मंडलायुक्त विनय शंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में जिला मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जनता दरबार में लोगों की सभी प्रकार की समस्याओं को सुना गया। जनता दरबार में शहर के संभ्रांत नागरिकों ने पौड़ी शहर से जुड़ी हुई पेयजल, अतिक्रमण, पार्किंग, कूड़ा निस्तारण, आवारा पशुधन, असंतोषजनक चिकित्सा सेवा और पेयजल सप्लाई के बिलिंग से संबंधित समस्याएं सामने रखी, जिन पर आयुक्त ने उचित संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों से निर्धारित अवधि में इसका समाधान करने और कृत कार्यवाही से उनको अवगत कराने के निर्देश दिये। नगर पालिका ईओ ने अवगत करवाया कि कूड़ा निराकरण हेतू डंपिंग जोन स्थल का चयन कर डीपीआर शासन को प्रेषित की जा चुकी है। अतिक्रमण मुक्ति के संबंध में आयुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन व्यापार संघ, स्थानीय जनप्रतिनिधि और स्थानीय लोगों के समन्वय से अतिक्रमण चिन्हित करें। शहर की पेयजल समस्या के निराकरण के संबंध में अधीक्षण अभियंता जल संस्थान ने अवगत कराया कि 27 किमी की पेयजन लाइन बन रही है तथा पौड़ी शहर की भविष्य में आबादी बढ़ने की संभावनाओं को देखते हुए श्रीनगर से पेयजल पंपिंग योजना की डीपीआर भी बनायी जायेगी।
शहर में पेयजल लीकेज और विद्युत बिलिंग तार्किक बनाये जाने के संबंध में अधिशासी अभियंता जल संस्थान ने बताया कि वाटर लीकेज संबंधित समस्याओं का तत्काल निराकरण किया जायेगा। नागरिकों द्वारा शहर में सार्वजनिक स्थलों पर छोटे बच्चों में नशे का प्रचलन बढ़ने की समस्याएं बताए जाने पर आयुक्त ने पुलिस विभाग, समाज कल्याण, बाल विकास विभाग इत्यादि को नशामुक्ति के विरुद्व व्यावहारिक और ठोस समाधान के निर्देश दिये।
उन्होने समस्त जनमानस से भी अपील की है कि कोई भी व्यक्ति यदि अवैध नशे का विक्रय अथवा बच्चों को नशा सामग्री बेचते पाया जाता है तो उसकी गुप्त सूचना पुलिस व प्रशासन को दें। दूरस्थ क्षेत्रों के लोगों ने मुख्यतः सड़क और जल जीवन मिशन से जुड़े कार्यो के संबंध में अपनी समस्याएं रखीं। मंडलायुक्त ने लोक निर्माण विभाग को निर्देशित किया कि सड़क के निर्माण और सुधारीकरण से संबंधित जो कार्य होने हैं, उन्हें तत्काल पूर्ण करें। सड़कों के निर्माण और गुणवत्ता से किसी भी प्रकार का समझौता ना किया जाये। जल जीवन मिशन के कार्यो की शिकायतों के संबंध में उन्होनें जिलाधिकारी को इसकी समीक्षा बैठक करने तथा मुख्य विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि जहां-जहां शिकायतें आ रही हैं उनकी या तो जांच करायें तथा कुछ मौके पर विजिट करते हुए जल जीवन मिशन के कार्यो की गुणवत्ता में सुधार करायें। शिकायत आई कि ग्राम पंचायत और ग्राम विकास अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में न रहकर केवल विकासखंड में रहकर कार्य कर रहे हैं। आयुक्त ने जिला पंचायतीराज अधिकारी को निर्देशित किया कि सभी ग्राम पंचायत अधिकारी ग्राम विकास अधिकारी, मनरेगा जेई, मनरेगा सहायक इत्यादि कार्मिकों को तय दिवस में अपने-अपने अलग-अलग क्षेत्रों में बने रहने के लिए रोस्टर बनाने के निर्देश दिये। साथ ही चेतावनी दी कि अपने-अपने क्षेत्रों में निर्धारित अवधि में उक्त कार्मिक का न पाये जाने पर उसके विरुद्ध सख्त कार्यवाही अमल में लाएं। जिला विकास प्राधिकरण से जुड़े भवन निर्माण व मानचित्र इत्यादि की स्वीकृति के पेंडिंग कार्यों को तत्काल निस्तारित करने के लिए आयुक्त ने शिविर लगाने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने तत्काल संज्ञान लेते हुए आगामी 2 जुलाई को इससे संबंधित कार्यों के लिए जिला मुख्यालय में शिविर लगाने को कहा। इस दौरान एल.एन.टी. के सहयोग से मंडलायुक्त ने 7 दिव्यांगजनों को व्हीलचेयर वितरित भी की। जनता दरबार में पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल करन सिंह नगन्याल, वन संरक्षक गढ़वाल आकाश कुमार वर्मा, जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अपूर्वा पाण्डेय, अपर निदेशक शिक्षा डॉ. एस.वी. जोशी, अपर जिलाधिकारी ईला गिरी, अर्थ एवं संख्याधिकारी मंडलीय शिल्पा भाटिया, संयुक्त मजिस्ट्रेट अनामिका, जिला विकास अधिकारी मनविन्दर कौर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।