कोटद्वार। भाबर क्षेत्र के दुर्गा पुरी में एक और भूमि घोटाला प्रकाश में आया है। जमीनों के घोटालों में अव्वल रहे गुरु की राह पर चलकर अब उसके चेले ने भी एक ग्रामीण पर लाखों रुपए का चूना लगा दिया है। भुट्टो के नाम से चर्चित चेले ने दूसरे की भूमि को अपनी बताकर एक ग्रामीण से लाखों रुपए की धनराशि ऐंठ ली है। लाखों रुपए की भूमि के घोटाले का पता तब चला, जब ग्रामीण द्वारा खरीदी गई भूमि पर मकान बनाना शुरु किया। इसी दौरान असली भूस्वामी मौके पर पहुंचा और उसने स्वयं को भूमि का मालिक बताते हुए निर्माण कार्य रूकवा दिया। मामले में कोतवाली पुलिस ने ग्रामीण की तहरीर के आधार पर दो महिलाओं समेत तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस को दी गई तहरीर में ग्राम डाबरी वल्ली निवासी बृजभूषण सिंह बताया कि उन्हें कोटद्वार में आवासीय भवन बनाने के लिए भूमि खरीदनी थी। एक परिचित की सलाह पर वह दुर्गापुरी में भूमि देखने पहुंचे। दुर्गा पुरी में उनकी मुलाकात मकबूल अहमद उर्फ भुट्टो से हुई। भुट्टो ने उन्हें बताया कि उनकी पत्नी कौशल को उसकी बहन अनामिका ने एक भूमि बेचने के लिए दी है। भुट्टो ने कहा कि भूमि की रजिस्ट्री कौशल की बहन अनामिका द्वारा की जाएगी। दोनों ने उन्हें ताड़केश्वर नगर में भूमि दिखा दी। भूमि पसंद आने पर 24 मई 2022 को कोटद्वार तहसील में पहुंचकर अनामिका ने उक्त भूमि की रजिस्ट्री उनके नाम कर दी। रजिस्ट्री के बाद उन्होंने 2.56 लाख रुपए का चैक और 6.50 लाख रुपए का नगद भुगतान मकबूल को कर दिया। नवंबर 2022 में उन्होंने भवन निर्माण का कार्य शुरू कर दिया। मकान में लिंटर का कार्य शुरू हुआ तो इसी दौरान मुनीष भट्ट नामक व्यक्ति मौके पर पहुंचा और उक्त भूमि को अपनी बताते हुए निर्माण कार्य रुकवा दिया। तहरीर में बताया गया कि जब वह भुट्टो, मक़बूल और अनामिका के पास पहुंचे तो उन्होंने अपनी गलती स्वीकारते हुए अन्य स्थान पर भूमि दिलवाने अथवा पैसे वापस करने की बात कही, लेकिन लंबे इंतजार के बाद भी उक्त तीनों लोगों ने न तो उन्हें भूमि दिलवाई और न ही उनके पैसे वापस किए। बाद में उन्हें मजबूरी में भूमि के असली स्वामी को पुनः भूमि की कीमत अदा कर वह भूमि खरीदनी पड़ी। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मणिभूषण श्रीवास्तव ने बताया कि दी गई तहरीर के आधार पर आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।